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हिंदी का राष्ट्रीय काव्य

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 Previous year question paper  उत्तर प्रदेश सरकार की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार CSJMU कानपुर  बी ए पंचम सेमेस्टर (हिंदी) प्रश्न पत्र हिंदी का राष्ट्रीय काव्य B.A.-III (Semester-V) Examination, 2023-24 (NEP 2020) (Hindi Ka Rashtriya Kavya) Time: Two Hours] [Maximum Marks: 75 निर्देशः 1. इस प्रश्न-पत्र में तीन खण्ड- अ, ब एवं स हैं। सभी खण्डों से निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर दीजिए। 2. अभ्यर्थी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखें। यदि किसी प्रश्न के कई भाग हों, तो उनके उत्तर एक ही तारतम्य में लिखे जाएँ। खण्ड-अ (लघुउत्तरीय प्रश्न) निर्देशः इस खण्ड के सभी प्रश्न अनिवाय हैं। प्रत्येक प्रश्न 5 अंकों का है। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 50 शब्दों में दीजिये। [9×5=45] 1. (क) गुरू गोविन्द सिंह का जीवन दर्शन बताइये? (ख) डॉ० रमेश पोखरियाल 'निशंक' के कृतित्त्व पर प्रकाश डालिए। ग) 'मेरे देश की धरती सोना उगले' गीत का केन्द्रीय भाव अपने शब्दों में बताइये। 2. (घ) भूषण की कविता का मूल प्रतिपाद्य बताइये। (ङ) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल द्वारा 'आदिकाल' को 'वीरगाथाकाल'

हिंदी काव्य प्रश्न पत्र बी ए प्रथम सेमेस्टर NEP 2020

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NEP 2020 हिंदी काव्य   उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर सत्र : 2023-24 Previous/ Old year question paper  B.A.-I (Semester-I) Examination, 2023-24 (ΝΕΡ) HINDI (Hindi Kavya) Time: Two Hours] [Maximum Marks: 75 निर्देशः 1. इस प्रश्न-पत्र में तीन खण्ड अ, ब एवं स हैं। सभी खण्डों से निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर दीजिए। 2. अभ्यर्थी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखें। यदि किसी प्रश्न के कई भाग हों, तो उनके उत्तर एक ही तारतम्य में लिखे जाएँ। (खण्ड-अ) (लघुउत्तरीय प्रश्न) निर्देशः सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए। सभी प्रश्नों के अंक समान हैं। इन प्रश्नों के उत्तर अधिकतम 100 शब्दों में दीजिए।                             [3×9=27] 1. (क) हिन्दी की विभिन्न उपभाषाओं से विकसित बोलियों का परिचय दीजिए। (ख) 'आदिकाल' के विभिन्न नामों का वर्णन करते हुए इसके नामकरण की सार्थकता सिद्ध कीजिए। (ग) रीतिकालीन साहित्य के प्रमुख भेदों पर प्रकाश डालिए। (घ) द्विवेदीयुगीन कविता की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए। (ङ) छायावादी कवि 'चत

ओठ या होंठ : एक दृष्टि शुद्ध

                  अक्सर बोलचाल में हम ओठ शब्द का इस्तेमाल करते पाए जाते हैं। यह शब्द क्षेत्रीय प्रभाव की देन है या कहे कि बोलियों से निकला यह शब्द है, किंतु इसका हिंदी में शुद्ध रूप ' होंठ' ही होता है। हालांकि संस्कृत भाषा में इसे 'ओष्ठ' कहा जाता है।           अतः आज से आज स्वयं भी होंठ शब्द का इस्तेमाल करें। दूसरों को भी इसे समझाएं।

तुलसीदास की रचनाएं : ट्रिक सहित

  कविकी बैरी गीता राम सभी 7 कांड वाली कृतियां कवि कवितावली बैरी बैरवे रामायण गीता गीतावली  राम रामचरितमानस।  मंगल मानस रामलला का सभी प्रबंध काव्य कृतियां जानकी मंगल पार्वती मंगल रामचरितमानस रामलला नहछू

हिंदी दिवस प्रश्नोत्तरी 2024

 Hindi Quiz एक कदम हिंदी की ओर। https://forms.gle/EJEoDJgdQppfgDR46 एक हृदय हो भारत जननी। इस प्रश्नोत्तरी में प्रतिभाग कर अपने हिंदी के ज्ञान को परखें और हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने में योग देते हुए इसे दूसरों तक पहुंचाएं जिससे इसकी जानकारी अधिक लोगों तक पहुंच सके। जय हिंद, जय हिंदी।।

भीष्म साहनी के नाटक : ट्रिक सहित

  हक मामु रंग आलम  ह : हानूश 1977 क : कबीरा खड़ा बाजार में 1981 मा : माधवी 1985 मु : मुआवजे  1993 रंग : रंग दे बसंती चोला 1998 आ : आलमगीर 1999

जयशंकर प्रसाद के नाटक : ट्रिक सहित

  सकल करुणा प्राय रावि अजनका  स : सज्जन 1910 कल : कल्याणी परिणय 1912 करुणा : करुणालय 1912 प्राय : प्रायश्चित 1913 रा : राज्यश्री 1915 वि : विशाख 1921 अ  : अजातशत्रु 1922 जन : जनमेजय का नागयज्ञ 1926 का : कामना 1927 प्रमुख नाट्य कृति *स्कंदगुप्त 1928 *चंद्रगुप्त 1931 *ध्रुवस्वामिनी 1933 # एक घूंट (1929) एकांकी

आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के उपन्यास : ट्रिक सहित

  बचपना (न +आ) :  (कुल चार उपन्यासों के नाम संक्षेप में) ब : बाणभट्ट की आत्मकथा(1946) च : चारूचंद (1963) पन : पुनर्नवा (1973) आ : अनमदास का पोथा (1976)

AI के दौर में शिक्षक की भूमिका

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AI और औद्योगिक सभ्यता के इस दौर में मानवीय संवेदना और मूल्यों को बचाने में शिक्षक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। तकनीकी प्रगति ने हमें ऐसे दौर में ला खड़ा किया है, जहाँ यंत्रों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का प्रभाव हमारे जीवन के हर पहलू पर दिखाई देता है। AI तेजी से बढ़ते समाज के लिए सूचनाओं का भंडार उपलब्ध करा सकता है, और बिना थके, बिना रुके काम कर सकता है। लेकिन क्या वह वास्तव में शिक्षक की जगह ले सकता है? इस पर विचार करना अनिवार्य हो जाता है। मनुष्य के जीवन में शिक्षक केवल सूचनाओं के आदान-प्रदान का साधन नहीं होता, वह मानवता का संरक्षक भी होता है। यंत्रों की दुनिया में उलझा हुआ मनुष्य अपनी संवेदनाओं को धीरे-धीरे खोता जा रहा है, और ऐसे समय में शिक्षक की भूमिका और भी गहरी हो जाती है। शिक्षक केवल तथ्यों और सिद्धांतों को नहीं पढ़ाता, वह छात्रों को सही और गलत का भेद करना सिखाता है। उसकी जिम्मेदारी केवल ज्ञान देना नहीं, बल्कि जीवन के उन मूल्यों का संचार करना है जो मनुष्य को एक संवेदनशील और जागरूक नागरिक बनाते हैं।   AI बिना थकावट के असीमित मात्रा में जानकारी दे सकता है, लेकिन वह मा

मित्रता (निबंध) : आचार्य रामचंद्र शुक्ल

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जब कोई युवा पुरुष अपने घर से बाहर निकलकर बाहरी संसार में अपनी स्थिति जमाता है, तब पहली कठिनता उसे मित्र चुनने में पड़ती है। यदि उसकी स्थिति बिल्कुल एकान्त और निराली नहीं रहती तो उसकी जान-पहचान के लोग धड़ाधड़ बढ़ते जाते हैं और थोड़े ही दिनों में कुछ लोगों से उसका हेल-मेल हो जाता है। यही हेल-मेल बढ़ते-बढ़ते मित्रता के रूप में परिणत हो जाता है। मित्रों के चुनाव की उपयुक्तता पर उसके जीवन की सफ़लता निर्भर हो जाती है; क्योंकि संगति का गुप्त प्रभाव हमारे आचरण पर बड़ा भारी पड़ता है। हम लोग ऐसे समय में समाज में प्रवेश करके अपना कार्य आरम्भ करते हैं जबकि हमारा चित्त कोमल और हर तरह का संस्कार ग्रहण करने योग्य रहता है, हमारे भाव अपरिमार्जित और हमारी प्रवृत्ति अपरिपक्व रहती है। हम लोग कच्ची मिट्टी की मूर्ति के समान रहते हैं जिसे जो जिस रूप में चाहे, उस रूप का करे- चाहे वह राक्षस बनावे, चाहे देवता। ऐसे लोगों का साथ करना हमारे लिए बुरा है जो हमसे अधिक दृढ़ संकल्प के हैं; क्योंकि हमें उनकी हर एक बात बिना विरोध के मान लेनी पड़ती है। पर ऐसे लोगों का साथ करना और बुरा है जो हमारी ही बात को ऊपर रखते हैं; क