हिंदी काव्य : बी ए प्रथम सेमेस्टर प्रश्न पत्र
B.A. (Part-I) (Sem.-I) (NEP) Examination, 2024-25
Previous year question paper
(Major) HINDI
(हिंदी काव्य)
Time: 2 Hours
Maximum Marks: 75
निर्देश-
1.सभी खण्डों से निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
2. अभ्यर्थी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखें। यदि किसी प्रश्न के कई भाग हों, तो उनके उत्तर एक ही तारतम्य में लिखे जाएँ।
खण्ड-अ
(लघु उत्तरीय प्रश्न)
निर्देश- इस खण्ड के सभी प्रश्न अनिवार्य हैं। प्रत्येक प्रश्न 5 अंकों का है।[9×5=45]
1.
(क) कबीर की भाषा पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिए।
ख) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र के मातृभाषा प्रेम का भाव स्पष्ट कीजिए।
(ग) भक्तिकाल की तीन प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
(घ)अकाल और उसके बाद' कविता के भाव पक्ष का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
(ङ) सूरदास के भ्रमर गीत का भाव स्पष्ट कीजिए।
(च) छायावाद की तीन प्रमुख विशेषताओं का परिचय दीजिए।
(छ) 'रामचरितमानस' की लोकप्रियता पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिए।
(ज) अमीर खुसरो के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालिए।
(झ) जयशंकर प्रसाद के रचनाकर्म पर प्रकाश डालिए।
खण्ड-ब
(दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)
निर्देश- इस खण्ड में कुल चार प्रश्न हैं। केवल एक प्रश्न का उत्तर दीजिए। प्रत्येक प्रश्न 15 अंकों का है।
2. दिये गये पद्यखण्डों की सप्रसंग व्याख्या कीजिए।
[1×15=15]
देखि-देखि राधा-रूप अपार
अपरूब के बिहि आनि मिलाओल खिति तल लाबनिसार।।
अंगहि अंग अनंग मुरछायत हेरए पड़य अथीर।
मनमथ कोटि मतन करू जे जन से हेरि महि मथि गीर।।
कत-कत लखिमी चरण-तल नेओछए रंगिनि हेरि विभोरि।
करु अभिलाख मनहि पद-पंकज। अहोनिसि कोर अगोरि।।
अथवा
3.दिए गये पद्य अवतरणों की सप्रसंग व्याख्या कीजिए-
हीन भएँ जल मीन अधीन, कहा कछु मौ अकुलानि-समानै।
नीर-सनेही कों लाय कलंक निरास है कायर त्यागत प्रानै।
प्रीति की रीति सू क्यों समुझे जड़, मीत के यानि परे को प्रमानै।
या मन की जु दसा घनआनन्द जीव की जीवनि जान ही जाने।।
अथवा
4.दिए गये पद्य अवतरणों की सप्रसंग व्याख्या कीजिए- स्तब्ध ज्योत्सना में जब संसार चकित रहता शिशु सा नादान, विश्व के पलकों पर सुकुमार विचरते हैं जब स्वप्न अजान, न जाने नक्षत्रों से कौन निमंत्रण देता मुझको मौन !
अथवा
5. दिए गय पद्य अवतरणों की सप्रसंग व्याख्या कीजिए- यह दीप अकेला स्नेह भरा है गर्व भरा मदमाता, पर इसको भी पंक्ति को दे दो। यह जन है - गाता गीत जिन्हें फिर और कौन गाएगा?
पनडुब्बा - ये मोती सच्चे फिर कौन कृति लाएगा?
यह समिधा - ऐसी आग हठीला बिरला सुलगाएगा।
यह अद्वितीय - यह मेरा यह मैं स्वयं विसर्जित-
यह दीप अकेला स्नेह भरा
है गर्व भरा मदमाता, पर इसको भी पंक्ति को दे दो।
खण्ड-स (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)
निर्देश : इस खण्ड में कुल चार प्रश्न हैं। केवल एक प्रश्न का उत्तर दीजिए। प्रत्येक प्रश्न 15 अंकों का है।
[1x15=15]
6. हिन्दी साहित्य के इतिहास-लेखन परम्परा की विस्तृत विवेचना कीजिए।
अथवा
7. रीतिकाल के काव्यगत विशेषताओं का विस्तृत निरूपण कीजिए।
अथवा
8. नागार्जुन के काव्य में प्रकृति-चित्रण की विवेचना कीजिए।
अथवा
9. अज्ञेय के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की विस्तृत विवेचना कीजिए।
------- xxxx --------xxxx-------
@CSJMU KANPUR
Comments
Post a Comment