Posts

Showing posts from February 9, 2020

हिंदी कविता का विकास और निराला की कविता

Image
हिंदी  कविता का विकास और निराला की कविता                                                                                   योगेश कुमार मिश्र, एम.फिल. (जूनियर रिसर्च फेलो - विश्वविद्यालय अनुदान आयोग)  रीतिकाल की काव्य परम्परा का विकास तब अवरुद्ध हुआ ,  जब पूरे देश में अंग्रेजों का शासन प्रभावी हुआ। देशी - रियासतों का उसमें विलय हो जाने से ,  अब उन रियासतों के सहारे जीने वाले कवि भी न रहे और जब उनका खाते न थे, तो उनकी गाते भी कैसे ?  इस प्रकार  ‘ जिसका खाना, उसका गाना ’  की अवधारणा बंद हुई ,  तो एक विराट चेतना संपन्न साहित्य का प्राकट्य हुआ। यह स्वाभाविक था भी, क्योंकि अंग्रेजी सत्ता की क्रूरता से निपटना अकेले के बस की बात न थी।   हिंदी कविता यहाँ अपनी लघुता त्यागकर नया मोड़ लेती है ,  केवल भाषा ही नहीं बदली है, विषय की सीमाओं में भी विस्तार हुआ। रीतिकालीन कवि जहाँ आश्रित राजा का बखान करने में अपनी कवित्व-शक्ति को जाया कर रहे थे ,  वहीं इन देशी राजाओं के सत्ताविहीन होने से साहित्य भी अपनी लघुता को त्यागता है। वह भी ‘साजी ‌‌‌‌‌‌‌‌-चतुरंग सेन,अंग में उमंग धारी’ समस्त भारत को

छायावादी कथा-साहित्य

Image
छायावादी कथा-साहित्य   (योगेश कुमार मिश्र, शोधार्थी , हिंदी एवं तुलनात्मक साहित्य विभाग  महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा महाराष्ट्र 442001) खड़ी बोली हिंदी के विकास के चरमोत्कर्ष के रूप में छायावाद अपनी पहचान बनाता है, यद्यपि छायावादी साहित्य को स्थापित होने में समय लगा| उसके सभी साहित्यकारों को अपने साहित्य को स्थापित करने के लिए संघर्ष करना पड़ा| अपने सृजन का स्वयं स्पष्टीकरण देना पड़ा, किंतु आज छायावादी साहित्य की महत्ता को सभी स्वीकार चुके हैं| छायावादी साहित्य का खड़ीबोली के विकास में अहम योग है| उसने अनेक संभावनाओं को जन्म दिया, जो हिंदी साहित्य को ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सफल रहे| यदि हम छायावादी साहित्य को केवल काव्य तक ही सीमित न समझे, तो अन्य विधाओं में भी छायावादी साहित्य अपनी पहचान को कायम करता है| छायावाद के सभी बड़े रचनाकारों ने कविता की साथ कहानी, उपन्यास, निबंध, रेखाचित्र, संस्मरण, नाटक इत्यादि अनेक विधाओं को अपने सृजन से समृद्ध किया| जयशंकर प्रसाद ने कविता के साथ-साथ नाटकों और कथा साहित्य में भी समान रूप से ख्याति अर्जित की|